Baat nhi karne ki shayari, बात नही करने की शायरी-shortshayari बहुत से लोग अपने गम को छुपाने, ज़िंदगी के दर्द को छुपाने के लिए. लोगो से बात नहीं करना ही सही तरीका समझते हैं।गम को बहुत तरीके से कम किया जा सकता हैं।
चलिये आज हम इस article में बात नही करने की शायरी से कुछ वाक्या को प्रस्तुत करते हैं।आपको शायद यह सुनकर अच्छा लगेगा।
Baat nhi karne ki shayari|बात नही करने की शायरी
कुछ पल के लिए ही सही
हमने अपना दिल के,
दर्द को कहना चाहा
पर कुछ दीवार
उसी दौरान खड़े कर दिए गए।
Kuch pal ke liye hi sahi
Hamne apna dil ka
Dard ko kahna chaha
Par kuch diwaar
Usi dauran khade kar diye gaye.
हरदम उनकी नजर मुझे देखे
वही आये नजर हम जिधर देखे
गुस्से से मुँह फुलाए बैठी है वो
कहा जाए अब हम और किधर देखे..
Har dam unki najar mujhe dekhe,
Wahi aaye najar hum jidhar dekhe,
Gusse se muhh fulaye baithi hai wo,
Kaha jaye ab hum aur kidhar dekhe…
कुछ लिख नही पाते,
कुछ सुन नही पाते,,
हाल ए दिल ज़ुबान पर ला नही पाते,
वो उतर गई है दिल की गहराईयो में,
वो समझ नही पाते और हम समझा नही पाते..
Kuch likh nhi paate,
Kuch suna nhi paate,
Wo utar gayi hai dil ki gahraiyo me,
Wo samajh nhi paate aur hum samjha nhi paate…
हर कोई पाने की ज़िद में हैं,
शायद कोई मुझे आजमाने की ज़िद में हैं,
जिसकी चाहत है मुझे बेइंतहा वो,
मुझे भूल जाने की ज़िद में हैं….
Har koi paane ki zid me hain,
Shayad koi mujhe aajmaane ki zid me hain
Jiski chahat hain mujhe beimtaha woh,
Mujhe bhul jaane ki jid me hain…
बहुत अच्छा लगता है
जब तू हस्ती हैं,
क्योंकि तेरी smile में,
मेरी जान बस्ती हैं..
Bahut accha lagta hain,
Jab tu hasti hain,
Kyuki teri smile me,
Meri jaan basti hain…
दिलपर यू किसी के एतबार न करो,
दिल से किसी के इंतज़ार न करो,
कांटे ही कांटे इस राह में,
हद से भी ज्यादा किसी से प्यार न करो,
Dilpar yu kisi ke etbaar na karo,
Dil se kisi ke intezaar na karo,
Kaate hi kaate is raah me,
Hadh se bhi jyada kisi se pyaar na karo….
लंबा धागा और लंबी जुबान,
केवल समस्या ही पैदा करती हैं,
इसलिए धागे को लपेटकर और
जुबान को समेटकर ही रखना चाहिए।
Lamba dhaga aur lambi jubaan,
Keval samasya hi paida karti hain,
Isliye dhaga ko lapetkar aur,
Jubaan ko sametkar hi rakhna chahiye…
जरूरी नही की कुछ तोड़ने,
के लिए पत्थर ही मारा जाए,
अंदाज बदल के बोलने से भी,
बहुत कुछ टूट जाता हैं..
Jaruri nhi ki kuch todne
Ke liye pathar hi mara jaye,
Andaz badal ke bolne se bhi,
Bahut kuch toot jata hain…
आज दूर जाने की बात करते हो,
कल दुवाओ में भी पास बुलाओगे,
आज अंजान होने की बात करते हों,
देखना कल देखने को भी तरश जाओगे…
Aaj door jane ki baat karte ho,
Kal duwao me bhi paas bulayenge,
Aaj anjaan hone ki baat karte ho,
Dekhne kal dekhne ko bhi tarash jaoge…
इसे भी देखें
Baat nhi karne ki shayari|बात नही करने की शायरी
देखा पलट कर उसने चाहत उससे भी थी,
दुनिया से मेरी तरह शिकायत उससे भी थी,
वो रोए थी मुझे परेशान देख कर,
उस दिन पता चला मेरी ज़रूरत उससे भी थी…
Dekha palat kar usne chahat usse bhi thi,
Duniya se bhi meri tarah shikayat usse bhi thi,
Wo roye thi mujhe pareshan dekh kar,
Us din pta chala meri jarurat usse bhi thi….
कहा कोई ऐसा मिला,
जिसपर दिल लूटा देते,
हर एक ने धोका दिया,
किस किस को भूला देते,
अपने दिल का दर्द,
दिल मे ही दबाए रखें हैं,
करते बयान तो महफ़िल को रुला देते..
Kaha Koi aisa mila,
Jispar dil luta dete hain,
Har ek ne dhoka diya,
Kis kis ko bhula dete,
Apne dil ka dard,
Dil me hi dabaye rakhe hain,
Karte byaan toh mahfil ko rula dete…
तेरे नाम तक से जो इश्क़ हैं,
खत्म कब्र की मिट्टी पर ही होगा,
जब तक ज़िंदा हैं,
भूलना तो मुमकिन नही होगा..
Tere naam tak se jo isqh hain,
Khatm kabra ki mitti par hi hoga,
Jab tak zinda hain,
Bhulna toh mumkin nahi hoga..