Shayari on maut-अभी के समय में लोगों को शायरी सुनने का काफी शौक हैं।कई लोग बात बात पर शायरी सुनाने के शौकीन होते हैं।इस तरह के लोग कोई events, festival, में लोगो को शायरी सुनाकर अपनी इच्छा की पूर्ति करते हैं।कई लोग अपनी facebook profile या whatsapp status मे शायरी लगाना पसंद करते हैं।
आपने कई तरह की शायरी सुनी होगी जैसे कि birthday shayari, friendship shayari, love shayari, breakup shayari लेकिन आज आपकों इस article में shayari on maut पर कुछ बेहतरीन शायरी देखने को मिलेंगे।
Shayari on maut in hindi|Maut Shayari
मौत का कुछ पता नही,
इसलिए बात कर लिया करो,
क्या पता फिर याद करो,
और हम न रहे…
Maut ka kuch pata nhi,
Isliye baat kar liya karo,
Kya pata phir yaad karo,
aur hum na rahe,
Shayari on mau…
क्या कहूं मैं ज़िंदगी,
कितना प्यार है तुझसे,
तुझे खोने से ज्यादा,
तुझे पाने में डर लगता हैं…
Kya kahu main zindagi,
Kitna pyaar hain tujhse,
Tujhe khone se jyada,
Tujhe pane me dar lagta hain….
कुछ सुकून तो है मेरी ज़िंदगी में,
की मौत ने तो जरूर आना हैं,
इंसान तो पहले ही मरा हुआ हैं अंदर से मौत तो बस बहाना हैं..
Kuch sukoon toh hain meri zindagi mein,
Ki maut ko toh jarur aana hain,
Insan toh pehle hi mara hua hain,
Andar se maut toh bas bahana hain..
मौत आए तो शायद दिन सवर जाए,
वरना ज़िंदगी ने तो मार ही डाला हैं…
Maut aaye toh shayad din sawar jaye,
Warna zindagi ne toh maar hi dala hain…
छोड़ दिया आज मेरी मौत ने यह कहकर,
हो जाओ ज़िंदा तो मुझे खबर कर देना…
Chod diya aaj meri maut ne yah kahkar,
Ho jao zinda toh mujhe khabar kar dena..
वैसे दुनिया में आते है,
सभी मरने के लिए,
पर असल मौत उसकी है,
जिसका जमाना अफसोस करेें..
Waise duniya me aate hain,
Sabhi marne ke liye,
Par asal maut uski hain,
Jiska jamana afsos kare..
जनाजे में अक्सर तारीफ करते सुनी हैं,
सच कहते है दुनिया वाले,
तारीफ सुनने के लिए मरना पड़ता हैं…
Janaje me aksar tarif karte suni hain,
Sach kahte hai duniya wale,
Tarif sunne ke liye marna padta hain…
Shayari on maut|मौत पर शायरी
एक दिन हम कुछ इस तरह सोएंगे,
की लोग हमे उठाने के लिए रोएंगे..
Ek din hum kuch is tarah soyenge,
Ki log hame uthane ke liye royenge…
अच्छा वक्त भी देख लिया,
बुरा वक्त भी देख लिया,
अब तो बस,
मौत का ही इनतज़ार हैं..
Accha waqt bhi dekh liya,
Bura waqt bhi dekh liya,
Ab toh bas,
Maut ka hi intezaar hain…
मेरे मरने के बाद उफ
वो भी क्या नज़ारे होंगे,
कुछ ज़बरदस्त,
तो कुछ ज़बरदस्ती रो रहे होंगे…
Mere marne ke baad uff,
Wo bhi kya najare honge,
Kuch zabardast,
Toh kuch zabardasti ro rahe honge…
ऐ ज़िंदगी चल तेरा हक़ अदा कर दु,
में हर हसरत को आज तुझपे फना कर दु,
रहे न मौत को भी अब कोई शिकवा मुझसे,
में आज सांसों को जिस्म से रिहा कर दू..
Ae zindagi chal tera haq ada kar du,
Me har hasrat ko aaj tujhpe fana kar du,
Rahe na maut ko bhi ab koi sikwa mujhse,
Me aaj sanson ko jism se riha kar du…
मौत का कुछ पता नही,
इसलिए बात कर लिया करो,
क्या पता फिर याद करो,
और हम न रहे..
Maut ka kuch pata nhi,
Isliye baat kar liya karo,
Kya pata fir yaad karo,
Aur hum na rahe…
मौत एक सच्चाई है,
उसमें कोई ऐब नही,
क्या लेकर जाओगे यारो,
कफन में कोई जेब नही…
Maut ek sachchai hai,
Usme koi aib nhi,
Kya lekar jaoge yaaro,
Kafan me koi jeb nhi..
Shayari on maut|मौत पर शायरी
वफ़ा सीखनी है तो मौत से सीखो,
जो एकबार अपना बना ले,
फिर किसी का होने नही देती..
Wafa sikhni hai toh maut se sikho,
jo ekbaar apna bana le,
Phir kisi ka hone nhi deti…
सारी उम्र किसी ने जीने की,
वजह तक नही पूछी,
लेकिन मौत वाले दिन,
सबने पूछा कि कैसे मरा……
Sari umar kisi ne jine ki,
Wajah tak nhi puchi,
Lekin maut wale din,
Sabne pucha ki kaise mara….
आज बात करने की फुरसत नही,
कल मेरी यादे तुझे बहुत सताएगी,
देख लेना मेरी क़दर तुझे,
मेरी मौत बताएगी…
Aaj baat karne ki fursat nhi,
Kal meri yaad tujhe satayegi,
Dekh lena meri kadar tujhe,
Meri maut batayegi…
इसे भी पढ़े